संविधान दिवस पर दी बुद्धिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया ने समाज में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को किया सम्मानित।
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
सेलिब्रेशन मैरेज लॉन निकट गुलहरिया थाना गोरखपुर में दी बुद्धिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया गोरखपुर मण्डल शाखा के तत्वाधान में 73 वॉ सविधान दिवस' एवं सम्मान समारोह की अध्यक्षता श्रध्देय लाल बहादुर गौतम तथा संचालन डॉ. ओम प्रकाश राव ने की।
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि मा० लालमणि प्रसाद - पूर्व सांसद/ विधायक/मंत्री, मुख्य वक्ता डॉ. सत्यजीत चन्द्रिकापूरे संयुक्त प्रभारी एवं राष्ट्रीय सचिव बीएसआई तथा विशिष्ट अतिथि अरेज एम० पी० बौद्ध राष्ट्रीय संगठन - बीएसआई, सेराज अहमद कुरैशी राष्ट्रीय अध्यक्ष इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन, प्रो. आर. डी. यादव, राममिलन शर्मा, चन्द्रिका प्रसाद भारती एडवोकेट, प्रदेश कार्यालय सचिव, हरिश्चन्द्र पूर्व सी० डी० ओ०, डाॅ. अनिल कुमार गौतम प्रदेश मिडिया प्रभारी द्वारा तथागत बुद्ध एवं बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया तथा तत्पश्चात पूज्य भदन्त आर्यवंश महास्वीर ने त्रिशरण पंचशील ग्रहण कराया। मुख्य अतिथि मा. लालमणि प्रसाद पूर्व सांसद /विधायक/मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने संविधान दिवस पर सम्बोधित करते हुए कहा कि संविधान में देश के सभी नागरिकों को सामनता, बन्धुत्व, भाईचारा, न्याय पाने का अधिकार दिया है। जो मूल रूप से शिक्षा, रोजगार पाने अधिकार है। संविधान लागू हुए 72 वर्ष के बाद भी भी पिछड़ी जाति को 5% आरक्षण व अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति को 8% आरक्षण अभी तक प्राप्त हुआ है। मुख्य वक्ता मा. सत्यजीत चन्द्रिकापुरे संयुक्त प्रभारी उत्तर प्रदेश व राष्ट्रीय सचिव, बी०एस०आई ने संविधान दिवस को सम्बोधित करते हुए कहा कि संविधान कितना भी अच्छा हो लेकिन लागू करने वाले लोग अच्छे नहीं है वह संविधान व्यर्थ होगा। संविधान सभी को जीने का अधिकार प्रदत करता है। भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है। बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के सपनों का भारत बनाने के लिए दी बुद्धिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया कटिबद्ध है।
संविधान दिवस को एम. पी. बौद्ध, हरिश्चन्द्र, प्रो० आर०डी० यादव, सेराज अहमद कुरैशी, राममिलन शर्मा, सतीश चन्द्र बौद्ध प्रदेश अध्यक्ष, चंद्रिका प्रसाद भारती एडवोकेट, जालिम प्रसाद आदि ने सम्बोधित किया। मुख्य अतिथि मा. लालमणि प्रसाद पूर्व सांसद व मुख्य वक्ता- मा० डॉ० सत्यजीत चन्द्रिकापूरे संयुक्त प्रभारी एवं राष्ट्रीय सचिव बीएसआई द्वारा संविधान गौरव सम्मान (प्रशस्ति पत्र), स्मृति चिन्ह, भारतीय संविधान की प्रति प्रदीप सुभीग्य गोरखपुर, राजीव रंजन प्रकाश, ई०. आनन्द कुमार, भागमनी बौद्ध, गीता बौद्ध, धर्मराज राना, सेराज अहमद कुरैशी, अनुवीर मैत्रेय, सन्तराज भारती, प्रभुनाथ भाष्कर, ई. भोला प्रसाद, सतीश यश, शगुन कुमारी, अनीता गौतम, वीरेन्द्र प्रताप अम्बेडकर, एडवोकेट महेन्द्र प्रताप गौतम, अमित कुमार, राममिलन शर्मा, डॉ० अनिल कुमार गौतम रामचंद्र बौद्ध, अमितेश कुमार आनन्द आदि को सम्मानित किया गया। तथा सैकड़ों लोग मौजूद रहें।