सेराज अहमद कुरैशी गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
इमामबाड़ा स्टेट के सज्जादानशीन व सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य सैय्यद अदनान फर्रुख शाह "मियां साहब"की योमें पैदाइश को अमन,शांति के दूत "सद्भावना दिवस"के प्रतीक के रूप में इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी के जानिब से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया |
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चंद दानिश्वर,ओहदेदारान, समाजसेवियों की मौजूदगी में मियां साहब के आवास मोहदीपुर में मनाया गया| इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी के जिला अध्यक्ष सैय्यद इरशाद अहमद योमे पैदाइश के मौके पर बेइंतेहा खुशी का इजहार करते हुए कहा आज चारों तरफ समाज में तनाव का माहौल बरकरार है जरूरत है अमन के रहबर की ऐसे में सद्भावना, प्रेम, भाईचारे व अमन के योद्धा की जरूरत सदैव महसूस की जाती रही है पूर्वांचल में अदनान फर्रुख शाह मियां साहब अमन के रहबर है मियां साहब ने शहर गोरखपुर में अमनो,अमान,भाई चारगी,का व हिंदू मुस्लिम एकता,गंगा जमुनी तहजीब के हिमायती रहे हैं |
ऐसे में कमेटी अपनी तमाम साथियों के साथ मियां साहब के जन्मदिन को आम न शांति के प्रतीक के रूप में "सद्भावना दिवस" के रूप में मना रही है |
इस पवित्र मौके पर इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी सदस्यों ने फूल माला पहना व पुष्पगुच्छ देकर उन्हें बधाई दी | कमेटी के सदस्य ई.मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि मियां साहब की जन्मस्थली वह कर्म स्थली दोनों गोरखपुर है जब कभी भी गोरखपुर में माहौल खराब हुआ संप्रदायिकता का जहर फैला तो मियां साहब ने शांति, अमन, राष्ट्रीय एकता,अखंडता वह आपसी भाईचारगी का पैगाम दिया |
महासचिव हाजी सोहराब खान ने कहा कि शहर गोरखपुर में शासन-प्रशासन सदैव मियां साहब की तरफ उम्मीद की निगाह से देखता रहता है और मियां साहब आपने इमामबाड़ा स्टेट से हिंदू मुस्लिम एकता का संदेश दिया करते हैं |
यही वह शहर है जहां मियां साहब के लकड़ दादा हजरत रोशन अली शाह,सूफी संत फकीर बाबा ने इमामबाड़ा स्टेट की तमिल कराई थी|
गोरखपुर गुरु गोरखनाथ और कबीर दास सूफी संत रोशन अली शाह बाबा की मोहब्बत भरी वाणी बोलने में अपनी अलग मिसाल रखते हैं|
शहर गोरखपुर गंगा जमुनी संस्कृति का वाहक है उसी से शहर में शांति का वातावरण है इस अवसर पर ख्वाजा शमसुद्दीन उपाध्यक्ष शकील शाही, आफताब घोसी,मोहम्मद हामिद अंसारी, डॉ सैयद वसीम इकबाल,हाजी जलालुद्दीन कादरी ,मोहम्मद आकिब अंसारी, कमर राजू आदि मौजूद रहे।